आज चतरा के उत्सव पैलेस में जेएसएलपीएस के वीवो और सेतु सखी का उन्मुखीकरण पीसीआई के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर मिथिलेश कुमार सिंह के द्वारा किया गया। इस बैठक में उनके द्वारा सभी सखी दीदी को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में बताया गया। यह कार्यक्रम जिला में 10 अगस्त से 28 अगस्त तक चलेगा ।सभी दीदी को विस्तार से बताया गया की फाइलेरिया बीमारी कैसे होती है। इस विषय पर जानकारी देते हुए मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया की यह बीमारी संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है।
जब यह मच्छर की संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद स्वास्थ्य व्यक्ति को कटता है तो वह व्यक्ति फाइलेरिया रोग से संक्रमित हो जाता है । परंतु इस बीमारी के लक्षण तुरंत नजर नहीं आते, इसमें 5 से 15 वर्ष का समय लग जाता है। और जब लक्षण नजर आते है तब इसका कोई इलाज नहीं है। अतः इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा साल में एक बार यह कार्यक्रम चलाया जाता जिसमे तीन तरह की दवा उम्र और ऊंचाई के आधार पर दवा प्रशासक के द्वारा दी जाती है। इस अभियान में दो साल से कम उम्र के बच्चे,गर्भवती महिलाओं तथा शारीरिक रूप से कमजोर वक्तियो को छोड़ कर सभी को यह दवा खिलाई जाती है। यह दवा खाली पेट बिलकुल नहीं खानी है।
इस कार्यक्रम में उन्होंने सभी सखी दीदीयों से यह शपथ दिलवाया की आप खुद पूरे परिवार के साथ इस दवा का सेवन करेंगी तथा अपने दाए और बाएं के तीन तीन घरों के सभी व्यक्तियों को दवा खाने के लिए प्रेरित करेंगी। इस कार्यक्रम में स्वाथ्य विभाग की तरफ से डीएमओ डॉ बी एन प्रसाद,वीबीडीसी अभिमन्यु कुमार तथा मलेरिया डाटा एंट्री ऑपरेटर रंजीत कुमार मिश्रा भी शामिल हुए। इसके साथ ही पीसीआई के डीएमसी अभिषेक कात्यायन तथा पिरामल के एसपीएल विज